दोस्तों आज केकेआर और पंजाब के बीच आईपीएल का एक बेहद ही रोमांचक मैच खेला गया। केकेआर जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी तब बारिश आ गई और ऐसा लगा कि यह मैच रद्द हो जाएगा। लेकिन फिर मैच दोबारा शुरू हुआ और 10-10 ओवर का मैच रखा गया। जिसके बाद जो हुआ उसने सभी को हैरान कर दिया। जी हां, इस वीडियो में हम आपको इस रोमांचक मैच की पूरी हाईलाइट्स बताएंगे। तो वीडियो को अंत तक जरूर देखें और अगर आपको भी यह मैच पसंद आया हो तो शेयर करना न भूले। दोस्तों IPL 2025 का यह मुकाबला कोलकाता के ऐतिहासिक इडन गार्डन्स में खेला गया जहां माहौल में जोश भी था और रोमांच भी। इस हाई वोल्टेज मैच में पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैदान पर ओपनिंग करने उतरे युवा प्रियांंश आर्य और आक्रामक बल्लेबाज प्रभु सिमरन सिंह। दोनों से पंजाब को तेज और शानदार शुरुआत की उम्मीद थी। केकेआर के लिए गेंदबाजी की शुरुआत की तेज गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने। पहली ही गेंद पर प्रियांंश आर्य ने अपने इरादे साफ कर दिए। शानदार ड्राइव खेलते हुए गेंद को बाउंड्री पार भेज दिया। इडन गार्डंस के भीड़ से गगनचुंबी शोर उठा और पंजाब के डगॉट में भीहलचल आ गई। इस ओवर की आखिरी गेंद पर भी प्रियांश ने वैभव अरोड़ा की लाइन और लेंथ से खिलवाड़ करते हुए एक और चौका जड़ दिया। पहला ओवर खत्म होते ही पंजाब के स्कोर बोर्ड पर 10 रन चमक रहे थे। दूसरा ओवर चेतन सकारिया लेकर आए जिन्होंने पंजाब के बल्लेबाजों को थोड़ा थामने की कोशिश की। सकारिया ने बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और इस ओवर में सिर्फ तीन रन दिए। केकेआर को थोड़ी राहत मिली लेकिन यह शांति ज्यादा देर टिकने वाली नहीं थी। तीसरे ओवर में फिर से गेंद थमी वैभव अरोड़ा के हाथों में लेकिन इस बार प्रियांंश आर्य ने पूरी आक्रामकता से हमला बोल दिया। दो खूबसूरत स्ट्रेट ड्राइव लगाकर लगातार दो चौके जड़े। प्रियांंश की टाइमिंग और फुटवर्क देखने लायक था। वो नजरें गड़ाए मैदान को चारों दिशाओं में भेदने का मन बना चुके थे। इसके बाद आया चौथा ओवर और यहां पंजाब ने गियर पूरी तरह बदल दिया। चेतेन सकारिया एक बार फिर गेंदबाजी करने आए। लेकिन प्रियांंश ने एक बार फिर हमला बोला। पहले एक चौका फिर दूसरा चौका। प्रियांंश ने सकारिया की गेंदों को सीमा रेखा के पार पहुंचाकर केकेआर के कप्तान को चिंता में डाल दिया। इस ओवर में प्रभु सिमरण सिंह ने भी मोर्चा संभाला और एक शानदार जड़कर इडन गार्डंस को गूंजा दिया। कुल मिलाकर इस ओवर से पंजाब ने 18 रन बटोर लिए। अब बारी थी पारी के पांचवें ओवर की जिसे लेकर आए केकेआर के तेज गेंदबाज हर्षित राणा। लेकिन पंजाब के ओपनर्स अब तक पूरी तरह सेट हो चुके थे। प्रभु सिमरन ने राणा का स्वागत शानदार अंदाज में किया। पहले एक चौका जड़ा और फिर लंबा जड़ते हुए पंजाब के स्कोर को 50 के पार पहुंचा दिया। पांच ओवर के अंदर ही पंजाब ने 50 रन ठोक दिए थे और वह भी बिना कोई विकेट खोए।
नोट :-IPL मैच प्रेडिक्शन को जानने के लिए यहाँ पढ़ेंपंजाब किंग्स के बल्लेबाजों की धमाकेदार शुरुआत के बाद केकेआर के कप्तान अजिंक्य रहणे को कुछ करना ही था। रणगति पर लगाम कसने के लिए उन्होंने गेंद थमाई अपने सबसे भरोसेमंद स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को और चक्रवर्ती ने अपने कप्तान के भरोसे को पूरी तरह कायम रखा। छठा ओवर जब चक्रवर्ती ने फेंका तो पंजाब के बल्लेबाजों को पहली बार गेंद को पढ़ने में थोड़ी मुश्किल हुई। वरुण ने अपनी गुगली और फ्लाइट से बल्लेबाजों को चुका दिया और इस ओवर में महज दो रन ही दिए। उनकी टाइट लाइन और वेरिएशन ने पंजाब की रणगति पर ब्रेक लगाने का काम किया। इस शानदार ओवर के साथ ही पावर प्ले का अंत हुआ और पंजाब का स्कोर बिना किसी नुकसान के 56 रन पर पहुंच गया। पावर प्ले के बाद पंजाब की कोशिश थी कि रन गति को बरकरार रखा जाए। लेकिन केकेआर के गेंदबाज अब संभलकर हमला कर रहे थे। सातवां ओवर लेकर आए सुनील नरेंद्र। नरेंद्र ने अपनी कसी हुई गेंदबाजी का नमूना पेश किया और बल्लेबाजों को कोई बड़ी हिट लगाने का मौका नहीं दिया। इस ओवर में भी पंजाब को सिर्फ चार रन ही मिले। मैच अब एक दिलचस्प मोड़ पर था। एक तरफ पंजाब के ओपनर्स विकेट बचाकर टिके हुए थे तो दूसरी ओर केकेआर के स्पिनर्स धीरे-धीरे दबाव बना रहे थे। फिर आया नौवां ओवर। गेंदबाजी पर एक बार फिर वरुण चक्रवर्ती। लेकिन इस बार प्रियांंश आर्य ने फैसला किया कि अब चुप्पी तोड़नी है। उन्होंने चक्रवर्ती की एक लेंथ बॉल पर शानदार पिकअप शॉट खेला और गेंद सीधा दर्शकों के बीच जाकर गिरी। जोरदार इस ओवर में कुल मिलाकर 11 रन आए और पंजाब ने थोड़ी राहत की सांस ली। दूसरी ओर से लगातार प्रेशर बनाने की कोशिश कर रहे थे सुनील नरेंद्र। नरेंद्र ने अपना दूसरा ओवर फेंका और एक बार फिर बल्लेबाजों को बांध कर रखा। नरेंद्र ने इतनी टाइट गेंदबाजी की कि पूरे ओवर में महज तीन रन ही आए। अब पारी का 10वां ओवर आया और गेंद थामी हर्षित राणा ने।
नोट :- IPL के बारे में जानकारी के लिए यहाँ पढ़ेंलेकिन इस बार प्रियांंश आर्य पूरी तरह आक्रामक मूड में थे। उन्होंने हर्षित की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दी। पहले दो गेंदों पर लगातार दो शानदार चौके जड़कर उन्होंने गेंदबाज पर दबाव बना दिया। फिर एक जोरदार पुल शॉट खेलते हुए शानदार भी जड़ दिया। इसी तूफानी अंदाज में खेलते हुए प्रियांंश ने महज 27 गेंदों में अपनी हाफ सेंचुरी पूरी कर ली। ईडन गार्डंस की भीड़ भी इस युवा बल्लेबाज की बल्लेबाजी से मंत्रमुग्ध हो गई थी। पहले पावर प्ले में धमाकेदार शुरुआत के बाद अब प्रियांश और प्रभु सिमरन की जोड़ी ने मिडिल ओवर्स में भी रफ्तार बरकरार रखी थी और पंजाब किंग्स का स्कोर बड़े टोटल की ओर बढ़ रहा था। जैसे ही मैच का 11वां ओवर शुरू हुआ, पंजाब किंग्स के बल्लेबाजों ने गियर बदल दिया। गेंदबाजी पर आए सुनील नरेंद्र जिनके खिलाफ बल्लेबाज आमतौर पर सतर्क रहते हैं। लेकिन आज प्रियांंश आर्य और प्रभात सिमरण सिंह का मूड ही कुछ और था। ओवर की पहली ही गेंद पर प्रियांंश ने नरेंद्र को करारा जवाब दिया। लॉन्ग ऑन के ऊपर से 75 मीटर लंबा शानदार जड़ा। पूरा इडन गार्डंस गूंज उठा। दर्शक भी दंग थे कि इतनी आसानी से नरेंद्र को इस तरह हिट कर दिया गया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। ओवर की तीसरी गेंद पर प्रभुरण ने भी अपना जलवा दिखाया। उन्होंने एक शानदार स्विच हिट खेलते हुए गेंद को सीधा बाउंड्री पार भेजा। एक और जबरदस्त इसी के साथ पंजाब किंग्स ने महज 11ओवरों में टीम के 100 रन पूरे कर लिए। जैसे ही भीड़ संभलती ओवर की आखिरी गेंद पर फिर से प्रभु सिमरन ने कमाल कर दिया। इस बार भी गेंद सीधा दर्शकों के बीच जा गिरी। इस धमाकेदार ओवर में कुल 22 रन आए और पंजाब का स्कोर तेजी से ऊपर बढ़ता गया। इसके बाद 12वां ओवर शुरू हुआ और गेंदबाजी के लिए आए आंद्रे रसेल। रसेल ने आते ही मैच का मोमेंटम बदलने की कोशिश की। ओवर की शुरुआत में तो प्रियांंश ने एक और शानदार जड़कर इरादे साफ कर दिए थे। लेकिन फिर बड़े शॉट के चक्कर में जल्दबाजी कर बैठे। एक बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में वह लॉन्ग ऑफ पर कैच दे बैठे। हालांकि आउट होने से पहले प्रियांंश आर्य ने 35 गेंदों में ताबड़तोड़ 69 रन बनाए। उनकी इस पारी में चौकों और की बरसात रही और पंजाब को एक मजबूत प्लेटफार्म मिला। स्कोर बोर्ड पर जब 120 रन दर्ज थे तभी पंजाब को पहला झटका लगा। प्रियांश के आउट होते ही कप्तान श्रेयस अय्यर मैदान पर उतरे। 13वां ओवर लेकर आए चेतन सकारिया और प्रभरण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली। चेतन के इस ओवर में प्रभु सिमरण ने पहले तो एक शानदार चौका जड़ते हुए अपनी 38 गेंदों में 50 पूरी की। इसके बाद जैसे उन पर कोई रोक ही नहीं रही। 50 के बाद उन्होंने चेतन पर लगातार एक और चौका और फिर जोरदार जड़ दिया। इस ओवर में कुल 18 रन आए और पंजाब ने पूरी तरह से दबदबा बना लिया। अब प्रभात सिमरण का बल्ला पूरी तरह से गरजने लगा था। 14वें ओवर में सामने थे वरुण चक्रवर्ती एक बार फिर से। लेकिन प्रभ सिमरण ने चक्रवर्ती पर जमकर हमला बोला। इस ओवर में उन्होंने तीन चौके और दो जड़ते हुए कुल 19 रन बटोरे। हर बॉल पर प्रहार, हर बॉल पर रन। हालांकि इस तूफानी बल्लेबाजी का अंत 15वें ओवर में हुआ जब वैभव अरोड़ा ने प्रभु सिमरन को आउट कर दिया। प्रभु सिमरन ने 49 गेंदों में धमाकेदार 83 रन बनाए जिसमें छह चौके और छह शामिल रहे। आउट होने पर पंजाब का स्कोर 160 रन पर पहुंच चुका था। प्रियांंश आर्य और प्रभुसिमरण सिंह की तूफानी बल्लेबाजी के बाद ऐसा लग रहा था कि पंजाब किंग्स 220 से 230 तक का स्कोर खड़ा कर देगी। लेकिन जैसे-जैसे इन दोनों धाकड़ बल्लेबाजों का विकेट गिरा पंजाब की रफ्तार पर ब्रेक लगने लगा। 16वें ओवर के बाद पंजाब की रण गति में साफ गिरावट देखने को मिली। कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाजों ने अपने अनुभव और धैर्य का शानदार नमूना पेश किया। खासतौर पर वरुण चक्रवर्ती जिन्होंने 17वें ओवर में बड़ी सफलता दिलाई। वरुण ने ग्लेन मैक्सवेल को क्लीन बोल्ड कर दिया। मैक्सवेल आज सिर्फ आठ गेंदों में सात रन ही बना सके। अब क्रीज पर आए मार्को यानसेन। पंजाब की उम्मीदें थी कि आखिरी ओवरों में यानसेन और कप्तान श्रेयस अय्यर मिलकर एक बड़ा स्कोर सेट करेंगे। 18वें ओवर में गेंदबाजी पर आए आंद्रे रसेल। इस ओवर में श्रेयस अय्यर ने कुछ हद तक रन गति को गति दी। श्रेयस ने रसेल पर एक शानदार जड़ते हुए अपनी मंशा साफ कर दी। लेकिन गेंदबाज भी कम नहीं थे। उन्होंने बाकी गेंदों पर कसी हुई लाइन और लेंथ रखी। 19वां ओवर लेकर आए वैभव अरोड़ा जिनकी गेंदबाजी ने पंजाब की उम्मीदों को एक और झटका दिया। वैभव ने मार्को यानसेन को महज तीन रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। यानसेन का विकेट गिरते ही पंजाब ने एक बार फिर से विकेट गवाने का सिलसिला शुरू कर दिया। हालांकि इस ओवर में थोड़ी राहत उस वक्त मिली जब नए बल्लेबाज जोश इंग्लिश और श्रेयस अय्यर ने एक-एक चौका जड़ते हुए स्कोर बोर्ड को थोड़ा आगे बढ़ाया। फिर आया अंतिम और निर्णायक 20वां ओवर। एक बार फिर गेंदबाजी करने आए थे आंद्रे रसेल। अनुभव का पूरा फायदा उठाया और आखिरी ओवर में शानदार यॉर्कर और सटीक लेंथ से पंजाब के बल्लेबाजों को बांधे रखा। इस ओवर में सिर्फ एक चौका लगा और कुल मिलाकर पंजाब सिर्फ आठ रन ही जोड़ सकी। आखिरकार पंजाब किंग्स ने अपने 20 ओवर में चार विकेट खोकर 200 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। शुरुआती ओवरों में तूफानी अंदाज दिखाने के बाद आखिरी छह ओवरों में पंजाब सिर्फ 43 रन ही बना सकी। कोलकाता के लिए यह अंतिम ओवरों में एक शानदार वापसी रही। वैभव अरोरा और आंद्रे रसेल ने मिलकर डेथ ओवर्स में पंजाब की रफ्तार पर लगाम कस दी। लेकिन फिर भी ओपनर्स की धमाकेदार बल्लेबाजी के दम पर पंजाब ने 200 का जादुई आंकड़ा पार कर लिया। जिससे मैच का रोमांच चरम पर पहुंच गया। जब कोलकाता नाइट राइडर्स लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो मैदान पर एक अलग ही उत्साह था। सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाली रहमान गुरबाज और सुनील नारायण ने। पंजाब की ओर से पहला ओवर सौंपी गई लंबे कद वाले तेज गेंदबाज मार्को यानसेन को। पहले ही ओवर में नारायण ने अपनी मंशा जाहिर कर दी। एक शानदार स्ट्रोक खेलते हुए उन्होंने मिड विकेट क्षेत्र में शानदार चौका जड़ा। पहले ओवर से ही संकेत मिल गया था कि
केकेआर इस लक्ष्य को तेजी से पाने की कोशिश करेगी। पहले ओवर से कुल सात रन आए और केकेआर ने तेज शुरुआत की। लेकिन जैसे ही खेल में थोड़ा सा रोमांच बढ़ने लगा था, वैसे ही किस्मत ने करवट ली। अचानक मैदान पर तेज बारिश ने दस्तक दे दी। खिलाड़ी मैदान छोड़कर डगॉट की ओर दौड़े और कवर मैदान पर बिछा दिए गए। काफी इंतजार के बाद मौसम ने थोड़ी रहम दिखाई और मैच को फिर से शुरू करने का ऐलान हुआ। मगर अब पूरा समीकरण बदल चुका था। मुकाबला 10 ओवरों का कर दिया गया था और केकेआर को नया लक्ष्य दिया गया 120 रन। यानी अब हर ओवर में करीब 12 रन बनाने थे। जैसे ही खेल दोबारा शुरू हुआ पंजाब किंग्स ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया और अर्शदीप सिंह को जल्दी गेंदबाजी के लिए बुलाया। अर्शदीप ने आते ही पंजाब को बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने सुनील नारायण को केवल पांच रन पर चलता कर दिया। नारायण बड़े शॉट लगाने के चक्कर में फाइन लेग पर कैच थमा बैठे। नारायण के आउट होने के बाद क्रीज पर आए कप्तान अजिंक्य रहाणे। अब रहाणे और गुरबाज पर बड़ी जिम्मेदारी थी कि टीम को मजबूती से आगे बढ़ाएं। दोनों ने धीरे-धीरे स्ट्रोक्स खेलने शुरू किए लेकिन पंजाब की सदी हुई गेंदबाजी ने उन पर दबाव बनाए रखा। तीन ओवर का खेल पूरा होने के बाद केकेआर का स्कोर महज 15 रन था और उनके हाथ से एक विकेट भी फिसल चुका था। रन रेट लगातार बढ़ता जा रहा था और पंजाब के गेंदबाज हर ओवर में कसी हुई लाइन लेंथ के साथ रन बनाने में मुश्किलें पैदा कर रहे थे। रहणे ने परिस्थिति को भांपते हुए अपनी बल्लेबाज़ी में गियर बदल दिया और मैदान के चारों ओर शानदार स्ट्रोक्स खेलते नज़र आए। वहीं दूसरी ओर गुरबाज़ लगातार संघर्ष करते दिखाई दिए। गेंदबाज़ी में पंजाब ने शानदार विविधता दिखाई थी जिससे गुरबाज़ को टाइमिंग में दिक्कत हो रही थी। उनकी परेशानी चौथे ओवर में सामने आ गई जब अर्शदीप सिंह ने एक शानदार गेंद पर उन्हें चलता कर दिया। गुरबाज के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए गेंद सीधा फील्डर के हाथों में समा गई और केकेआर को लगा एक और झटका। गुरबाज के आउट होने के बाद केकेआर ने एक दिलचस्प चाल चली। आंद्रे रसेल या वेंकटेश अय्यर को नहीं भेजा गया बल्कि रिंकू सिंह को प्रमोट किया गया। पंजाब के गेंदबाजों को शायद यह उम्मीद नहीं थी। रिंकू सिंह ने आते ही कुछ अच्छे स्ट्रोक्स लगाने की कोशिश की। लेकिन शुरू में उनकी लय पकड़ने में थोड़ी कठिनाई साफ नजर आ रही थी। दूसरी ओर रहणे अपनी क्लास का पूरा प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी टाइमिंग और शॉट सिलेक्शन देखने लायक था। ऑफ साइड पर फ्लिक हो या स्क्वायर कट। रह रहाणे का हर स्ट्रोक दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर रहा था। रिंकू हालांकि थोड़ा संभलकर खेल रहे थे। ने तेजी से रन बटोरने शुरू कर दिए। शॉर्ट पिच गेंदों पर फुल शॉट और फुल लेंथ गेंदों पर ड्राइव लगाते हुए रहणे ने गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था। की इस शानदार और तेज बल्लेबाजी का असर साफ दिखाई दिया। छह ओवर पूरे होते ही केकेआर ने 60 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। अब मुकाबला असली रोमांच पर था। चार ओवर में 60 रन चाहिए थे और वक्त कम होता जा रहा था। दबाव साफ तौर पर केकेआर के खेमे में था। लेकिन अनुभवी अजिंक्य रहाणे ने जैसे तय कर लिया था कि वह इस मुकाबले को अकेले अपने दम पर पलट देंगे। सातवां ओवर लेकर आए थे युजवेंद्र चहल। लेकिन रहणे ने उनके खिलाफ अपनी क्लास और अनुभव का पूरा दम दिखाया। पहली ही गेंद पर लॉन्ग ऑन के ऊपर से शानदार फिर दूसरी गेंद पर मिड विकेट की दिशा में एक और विशाल और तीसरी गेंद पर एक बार फिर लॉन्ग ऑफ के ऊपर से क्लीन हिट। रहणे ने लगातार तीन जड़कर ना सिर्फ केकेआर के डग आउट में जोश भर दिया बल्कि पंजाब के खेमे में भी हलचल मचा दी। हालांकि इस ओवर की खुशी थोड़ी फीकी भी पड़ी क्योंकि चहल ने ओवर की आखिरी गेंद पर रिंकू सिंह को आउट कर दिया। रिंकू अपनी पारी को तेज करने की कोशिश में फाइन लेग पर कैच दे बैठे। इसके बाद मैदान पर आए विस्फोटक बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर। आठवें ओवर की शुरुआत ही उन्होंने धमाकेदार अंदाज में की। पहली ही गेंद पर मार्को यासन को मिड विकेट के ऊपर से जबरदस्त जड़ दिया। इसके बाद आखिरी दो गेंदों पर दो लगातार चौके जड़कर जैसे रणगति को रॉकेट की रफ्तार दे दी। इन दो ओवरों में कुल 35 रन आ चुके थे। अब केकेआर को जीत के लिए सिर्फ 25 रन चाहिए थे और हाथ में पूरे दो ओवर बाकी थे। माहौल पूरी तरह से केकेआर के पक्ष में झुकता नजर आ रहा था। नौवां ओवर लेकर आए अनुभवी अर्शदीप सिंह।णे और वेंकटेश अय्यर दोनों क्रीज पर डटे थे और दर्शकों की धड़कनें तेज हो गई थी। ओवर की पहली गेंद पर रहणे ने शानदार टाइमिंग के साथ कवर के ऊपर से एक और चौका जड़ दिया। भीड़ में एक बार फिर से जोश भर गया। अगली ही गेंद पर एक तेज सिंगल लेकर स्ट्राइक वेंकटेश को दी। वेंकटेश ने भी मौका नहीं गवाया। तीसरी गेंद पर डीप मिड विकेट के ऊपर से गगनचुंबी अब तो पंजाब के गेंदबाजों के माथे पर साफ चिंता की लकीरें दिखने लगी थी। चौथी गेंद पर एक और सिंगल आया और पांचवी गेंद पर रहणे ने फिर से मिड ऑन के ऊपर से खूबसूरत चौका जड़कर स्कोर को और पास पहुंचा दिया। अब आखिरी ओवर में चाहिए थे बस पांच रन। 10वां और आखिरी ओवर फेंकने आए थे मार्को यान। लेकिन अब तक केकेआर के बल्लेबाजों ने पूरा मन बना लिया था कि वह इसे एक तरफ़ा अंजाम देंगे। ओवर की पहली ही गेंद पर वेंकटेश अय्यर ने कवर पॉइंट के ऊपर से जोरदार चौका जड़कर स्कोर बराबर कर दिया और फिर दूसरी गेंद पर एक शानदार ड्राइव खेलकर एक रन लेते हुए केकेआर ने यह मुकाबला सात विकेट से जीत लिया। रहणे ने नाबाद 29 रन बनाए। उन्होंने जहां पूरी पारी को एंकर किया वहीं वेंकटेश अय्यर ने आखिरी के तेज रन बनाकर जीत पर मोहर लगा दी। तो दोस्तों आपके हिसाब से पंजाब की इस हार की वजह क्या है? और केकेआर की इस जीत का हीरो कौन है? कमेंट जरूर करें।